मजदूरों के नाम से SIM खरीद साइबर ठगो तक पहुंचाने वाले दो आरोपी गिरफ्तार : 50 लाख से ज्यादा के साइबर फ्रॉड

पल पल राजस्थान

Jodhpur News जोधपुर पुलिस ने अनपढ़ मजदूरों के नाम से अनगिनत मोबाइल सिम लेकर साइबर क्रिमिनल्स को सप्लाई करने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एयरटेल और वीआई की सिम बेचने वाला रिटेलर मोबाइल शॉप संचालक है। दोनों आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 104 सिम कार्ड, 31 मोबाइल फोन, 2 फिंगर प्रिंट स्कैनर, 1 चेक बुक, 5 एटीएम कार्ड, 9 हस्ताक्षर किए हुए खाली चेक, आधार, पैन कार्ड और हिसाब की डायरी भी बरामद की है। फर्जी तरीके से जारी करीब 300 मोबाइल सिम में से 33 सिम से देश के विभिन्न इलाकों में 38 शिकायत दर्ज हो चुकी हैं, जिनमें 50 लाख रुपए से ज्यादा की साइबर फ्रॉड की वारदात होना सामने आया है। डीसीपी (वेस्ट) राजर्षि राज वर्मा ने बताया- साइबर क्रिमिनल्स के नेटवर्क को तोड़ने के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही है। इसी बीच एक सूचना मिली कि जोधपुर शहर में सालावास रोड पर राहुल मोबाइल वाला एयरटेल कंपनी की करीब 40 सिम फर्जी तरीके से जारी कर चुका है। आरोपी एक मोबाइल शॉप का संचालक, जो सिम रिटेलर है, वो फर्जी तरीके से मोबाइल सिम उठाकर उन्हें साइबर क्रिमिनल्स के नेटवर्क तक पहुंचा रहा है। पुख्ता जानकारी के आधार पर बासनी थानाधिकारी नितिन दवे की अगुवाई में साइबर सेल प्रभारी हेड कॉन्स्टेबल प्रेम चौधरी के साथ विशेष टीम गठित की गई। पुलिस टीम ने फर्जी तरीके से जारी कुछ मोबाइल सिम के नंबरों की डिटेल खंगाली, तो पता चला कि एक-एक व्यक्ति के नाम से 4-4 या 5-5 मोबाइल सिम जारी हुई है। इस पर पुलिस टीम में शामिल एसआई सुरेश कुमार, डीएसटी प्रभारी एसआई पिंटू कुमार, बासनी थाने के हेड कॉन्स्टेबल दिनेश, साइबर एक्सपर्ट कॉन्स्टेबल जगदीश, कॉन्स्टेबल दिनेश नायल, रामदीन, सुरेश कुमार व शंकरलाल की टीमों ने उन लोगों को ढूंढा, जिनके नाम से मोबाइल सिम जारी हुई थी। उन लोगों से पूछताछ की, तो उन्होंने खुद के नाम से दूसरी सिम होने से अनभिज्ञता जताई, लेकिन इन सभी ने राहुल मोबाइल वाला से ही एक सिम लेना बताया। ऐसे ही एक व्यक्ति मूलतया यूपी के लखनऊ में मणियाउ थानांतर्गत छठा मील मुस्लिम नगर सीतापुर रोड हाल सांगरिया फांटा राधे कृष्णा विहार निवासी सूरज सिंह पुत्र विजय सिंह ने पुलिस को बताया कि उसने सितंबर 2024 में अपनी बीएसएनएल सिम पोर्ट कराने के लिए राहुल कुमार झा मोबाइल वाला से संपर्क किया था। वहां राहुल के कहने पर उसके साथ काम करने वाले मोहम्मद इकबाल, मोहम्मद शरीफ ने सूरजसिंह को धोखे में रखकर आधार कार्ड लिया और फोटो खींचकर फिंगर प्रिंट लिए और 2-3 दिन बाद में आने को कहा।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *