पल पल राजस्थान – हर्ष जैन
उदयपुर। उदयपुर जिले के खेरवाड़ा थाना क्षेत्र से एक मामला सामने आया है, जहां एक युवक की मां ने पुलिस पर थाने में मारपीट का आरोप लगाया है। मां का कहना है कि बिना सूचना के बेटे को थाने ले जाया गया और फिर हालत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं पुलिस ने आरोपों से इनकार करते हुए युवक की तबीयत बिगड़ने की वजह कुछ और बताई है।
खेरवाड़ा क्षेत्र के बंजारिया गांव निवासी लीलादेवी ने आरोप लगाया है कि उनका 19 वर्षीय बेटा अभिषेक मीणा 17 अप्रैल को पुलिस द्वारा थाने ले जाया गया, लेकिन परिवार को इसकी जानकारी तक नहीं दी गई। मां का आरोप है कि पुलिस अभिषेक के साथ मारपीट की और फिर उसे पहले एक निजी अस्पताल और बाद में उदयपुर के एमबी अस्पताल ले जाया गया।
युवक की माँ ने कहा – पुलिस ने हमें कुछ नहीं बताया, बाद में खुद फोन कर कहा कि कोर्ट आ जाओ। कुछ देर में फिर कॉल आया कि एमबी अस्पताल में आओ, बेटे की तबीयत बहुत खराब है। उसके शरीर पर चोटों के निशान हैं, मेरी आंखों के सामने उसका हाल खराब होता जा रहा है।
खेरवाड़ा थानाधिकारी दलपत सिंह राठौड़ ने बताया कि अभिषेक को लूट की योजना बनाने के आरोप में पकड़ा गया था और उसके साथ अन्य युवक भी गिरफ्तार किए गए हैं। उन्होंने कहा कि युवक की तबीयत मस्तिष्क फीवर (ब्रेन फीवर) की वजह से बिगड़ी है, जिसकी पुष्टि डॉक्टरों ने भी की है।
फिलहाल अभिषेक का इलाज उदयपुर के सरकारी अस्पताल में जारी है। परिजन न्याय की मांग कर रहे हैं, वहीं पुलिस अपने स्तर पर जांच की बात कह रही है। इस पूरे मामले को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं कि गिरफ्तारी की प्रक्रिया में परिवार को क्यों अंधेरे में रखा गया और क्या वाकई युवक को हिरासत में प्रताड़ित किया गया था?