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जोधपुर। जोधपुर में राजस्थान हाई कोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन ने फर्जी अधिवक्ताओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। मंगलवार को एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने न्यायिक प्रक्रिया में शामिल एक व्यक्ति को पकड़ा, जो अधिवक्ता नहीं होते हुए भी खुद को वकील बताकर आमजन को धोखा दे रहा था।
घटना जोधपुर के पुराने हाईकोर्ट परिसर की है, जहां राजस्थान हाई कोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष रतनाराम ठोलिया और महासचिव शिवलाल बरवड़ के नेतृत्व में एक अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत मंगलवार को एक व्यक्ति को पकड़ा गया, जो फर्जी तरीके से अधिवक्ता बनकर न्यायालय में कार्य कर रहा था।
पकड़े गए व्यक्ति की पहचान भवानी सिंह शुक्ला के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, वह और उसकी पुत्री पिछले 10 वर्षों से वकील की ड्रेस पहनकर न्यायालय में मुवक्किलों की पैरवी कर रहे थे, जबकि वे दोनों अधिवक्ता पंजीकृत नहीं हैं।
बताया गया है कि दोनों ने बार काउंसिल की फर्जी सनद तैयार कर दस्तावेजों की कूट रचना की है। मंगलवार सुबह इन दोनों को पावटा स्थित NIA कोर्ट में पकड़ा गया, जहां ये मुवक्किलों की ओर से पैरवी कर रहे थे।
पकड़ने की कार्रवाई में एडवोकेट मोहम्मद अली राव, श्याम सिंह गादेरी, मोहन जाखड़ और सुरेंद्र सिंह गागुड़ा सहित कई अन्य अधिवक्ताओं ने सहयोग किया।
फर्जी अधिवक्ता को पकड़कर उदय मंदिर थाना पुलिस को सौंपा गया है। एसोसिएशन महासचिव की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराते हुए दोनों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है।
यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी निजामुद्दीन नामक एक व्यक्ति को फर्जी वकील के रूप में पकड़ा गया था। इस मुद्दे को लेकर मंगलवार को एडवोकेट एसोसिएशन की आपात बैठक भी आयोजित हुई। बैठक में उपाध्यक्ष धीरेंद्र दाधीच, सह सचिव विजेंद्र पूरी, पुस्तकालय सचिव कांता राजपुरोहित, और कोषाध्यक्ष विमल कुमार माहेश्वरी समेत कई वरिष्ठ अधिवक्ता शामिल हुए।