पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का भाजपा सरकार पर तीखा हमला
पल पल राजस्थान / महावीर व्यास
उदयपुर, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुरुवार को तीन दिवसीय उदयपुर संभाग दौरे पर पहुंचे। डबोक एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने राज्य और केंद्र की भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि जनहित में शुरू की गई योजनाओं को खत्म कर जनता के अधिकारों का हनन किया जा रहा है।
चिरंजीवी योजना पर सवाल
गहलोत ने कहा कि “चिरंजीवी योजना ने लाखों लोगों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाया, लेकिन मौजूदा सरकार ने इसे कमजोर कर दिया है। RGHS योजना में नई-नई शर्तें जोड़कर आम आदमी को परेशान किया जा रहा है।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार सिर्फ नाम बदलने में रुचि रखती है, जबकि योजनाओं का क्रियान्वयन कमजोर कर रही है।
पूर्ववर्ती सरकारों के काम रोके गए
गहलोत ने कहा, “हमने अपने कार्यकाल में वसुंधरा सरकार के अच्छे कार्यों को जारी रखा और आगे बढ़ाया, लेकिन भाजपा सरकार सत्ता में आते ही पहले की सारी योजनाएं रोक देती है। इससे विकास बाधित होता है और आमजन को नुकसान उठाना पड़ता है।”
ईआरसीपी परियोजना पर केंद्र सरकार को घेरा
पूर्व मुख्यमंत्री ने ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ईआरसीपी) का ज़िक्र करते हुए कहा कि “90% फंडिंग का वादा केंद्र ने किया था लेकिन अब तक कोई आदेश जारी नहीं किया गया।”
सरकार की कार्यशैली पर बीजेपी नेताओं के भी सवाल
गहलोत ने कहा कि वर्तमान सरकार की कार्यशैली पर कांग्रेस से ज्यादा सवाल खुद भाजपा के सांसद, विधायक और कार्यकर्ता उठा रहे हैं। “मैं ये आलोचना भी मुख्यमंत्री के हित में कर रहा हूं,” उन्होंने जोड़ा।
केंद्र पर लोकतंत्र कमजोर करने का आरोप
गहलोत ने कहा कि बीते 11 वर्षों में देश में लोकतंत्र को कमजोर करने के प्रयास हो रहे हैं। “ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स जैसी संस्थाओं का दुरुपयोग हो रहा है। अटल और मनमोहन सरकार में इन संस्थाओं का भय था, आज उनका अस्तित्व तक पता नहीं चलता,” उन्होंने कहा।
विपक्ष की भूमिका जरूरी
उन्होंने कहा कि “लोकतंत्र में विपक्ष की अहम भूमिका होती है। विपक्ष जनता की आवाज़ उठाता है, जैसे आज राहुल गांधी उठा रहे हैं। सरकार को आलोचना को जनभावना समझकर सुधार करना चाहिए।”