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Jaipur News जयपुर पुलिस ने स्टिंग ऑपरेशन कर निजी बसों से अवैध वसूली करने वाली गैंग का खुलासा किया है। इस गैंग के सदस्य हर बस से 100 रुपए तक वसूलते थे और पैसे नहीं देने पर बस ड्राइवर और कंडक्टर को जान से मारने की धमकी देते थे। इन बदमाशों ने चौमूं पुलिया से लेकर सामोद तक का इलाका अपना गढ़ बना रखा था, जहां वे मौका मिलते ही बसों पर हमला कर देते थे और फिर ड्राइवर और कंडक्टर के साथ मारपीट करते थे।
डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने बताया कि पुलिस को चौमूं पुलिया पर निजी बसों से अवैध वसूली करने की गोपनीय सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस टीम को स्पाई गेजेट्स देकर जांच कराई गई। 28 और 29 मार्च को पुलिस टीम ने चौमूं पुलिया और आसपास के इलाके में गुप्त रूप से रैकी की और गिरोह के बदमाशों की गतिविधियों की रिकॉर्डिंग की। इस स्टिंग ऑपरेशन के दौरान वसूली का खुलासा हुआ।
पुलिस ने बताया कि गिरोह के सदस्य चौमूं पुलिया पर रुकने वाली निजी बसों से 50 से 100 रुपए तक वसूलते थे और यदि बस चालक या कंडक्टर पैसे नहीं देते थे, तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी जाती थी। इसके बाद, गिरोह सामोद तक बसों पर हमला करता और बसों में तोड़फोड़ करता। माफिया की सालों की दहशत के कारण कई बस चालक और कंडक्टर शिकायत दर्ज कराने से डरते थे।
इस गिरोह का खुलासा करते हुए पुलिस ने चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इन बदमाशों के पास से वसूली की रकम भी बरामद हुई है। पुलिस के मुताबिक, यह गैंग पिछले 15 सालों से सक्रिय था और हर महीने करीब 10 लाख रुपए तक वसूलता था।
गिरफ्तार किए गए बदमाशों की पहचान इस प्रकार हुई है:
- भगवान सिंह (37), निवासी चांडी, थाना मकराना, जिला डीडवाना, जो जयपुर के करधनी थाना क्षेत्र में रह रहा था।
- श्याम वीर सिंह (29), निवासी प्रीतमपुरी, थाना थोई नीमकाथाना, जिला सीकर।
- विक्रम सैन उर्फ विक्की उर्फ बोगी (40), निवासी हनुमान नाई की दुकान के पीछे, दर्जियों का मोहल्ला, गांव नीदड़, थाना हरमाड़ा, जिला जयपुर।
- दिलीप सिंह (54), निवासी जुराठढ़ा पलसाना रोड, थाना रानोली, जिला सीकर, जो जयपुर के जोडला पावर हाउस के पास कृष्णा कॉलोनी में रह रहा था।