पल पल राजस्थान – हर्ष जैन
उदयपुर। विश्व रिकॉर्ड के पर्याय बन चुके उदयपुर के स्वर्ण शिल्पी डॉ. इकबाल सक्का ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि अपने नाम कर ली है। उन्होंने महज 50 मिलीग्राम सोने से विश्व की सबसे छोटी पारंपरिक ‘इंसाफ की तिरंगी तराजू’ का निर्माण कर नया कीर्तिमान रच दिया है। इस कलाकृति को देखने के लिए लेंस की जरूरत पड़ती है, क्योंकि इसकी लंबाई सिर्फ 3 एमएम है।
डॉ. सक्का ने बताया कि इससे पहले मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर के एक शिल्पी ने 9 ग्राम चांदी से 1 इंच की तराजू बनाकर लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया था। अब उस रिकॉर्ड को तोड़ते हुए डॉ. सक्का ने मात्र 50 मिलीग्राम सोने से यह तराजू और तोल के बाटों का अनोखा सेट तैयार किया है। डॉ. सक्का ने इस बारीक और सूक्ष्म कलाकृति को तैयार करने में लगातार 3 दिन का समय लगाया। उनका कहना है कि यह सिर्फ एक शिल्प नहीं, बल्कि न्याय, संतुलन और भारतीय परंपरा का प्रतीक है।
इस ऐतिहासिक तराजू सेट को देश की सबसे बड़ी अदालत – इलाहाबाद हाईकोर्ट को भेंट किया जाएगा। साथ ही, डॉ. सक्का ने इस कलाकृति को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज कराने के लिए भी औपचारिक दावा प्रस्तुत कर दिया है। उन्होंने इस उपलक्ष्य में महामहिम राष्ट्रपति को भी पत्र लिखा है, ताकि इस न्याय के प्रतीक को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सके।
डॉ. सक्का अब तक 100 से अधिक विश्व रिकॉर्ड बना चुके हैं और उनका यह नया रिकॉर्ड भी कला और धरोहर प्रेमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनता जा रहा है।