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अजमेर में वकील की हत्या से गुस्साए एडवोकेट्स ने शुक्रवार सुबह कोर्ट में हंगामा किया। गुस्साए वकीलों ने कोर्ट परिसर से जबरन लोगों और पुलिसकर्मियों को बाहर निकाल दिया। गुस्साए वकीलों ने कोर्ट के अंदर की दुकानों को भी बंद करा दिया। प्रदर्शन और हंगामे के चलते 10 थानों की पुलिस तैनात की गई है। दरअसल, पुष्कर में 2 मार्च को अजमेर कोर्ट के सीनियर वकील पुरुषोत्तम जाखोटिया पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया था। घायल वकील को अजमेर के जेएलएन हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। शुक्रवार (7 मार्च) सुबह उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
- 2 मार्च की रात करीब 1.45 बजे बूढ़ा पुष्कर रोड स्थित संस्कार गार्डन के सामने हुई। शराब के ठेके के पास 8-10 युवक गाड़ी में तेज आवाज में डीजे बजाकर बीच सड़क पर नाच रहे थे।
- पड़ोस में रहने वाले एडवोकेट पुरुषोत्तम जाखेटिया ने इसका विरोध किया और डीजे बंद करने को कहा। इस पर नशे में धुत बदमाशों ने उन पर लाठियों से हमला कर दिया।
- उनके सिर पर गंभीर चोट लगी। पुलिस ने घायल एडवोकेट के भतीजे अंकुश की रिपोर्ट पर डीजे वाहन चालक और पिकअप सवार अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज किया।

अजमेर बार एसोसिएशन ने मृतक वकील के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, मुआवजा और सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की है। सभी ने आज कोर्ट के कार्यों का बहिष्कार भी किया है। एडवोकेट योगेंद्र ओझा ने बताया कि पुलिस अब तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। उन्होंने बताया कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा तो यह धरना जारी रहेगा। मुख्य मांग यही है कि वकीलों के प्रोटेक्शन एक्ट को लागू किया जाए। वहीं, वकील पुरुषोत्तम के घर के घर के पास दारू का ठेका खुला हुआ है उसे बंद किया जाए। अवैध रूप से चल रहे डीजे बंद किए जाएं। पुष्कर एक आध्यात्मिक नगरी है। इसके आसपास बने हुए अवैध रेस्टोरेंट पर चल रहे डीजे पर कार्रवाई ठीक है।