पल पल राजस्थान / पवन वैष्णव

आमेट। थाना आमेट क्षेत्र में एक बड़ी चोरी की वारदात का खुलासा हुआ है, जिसमें आरोपी कोई बाहरी नहीं, बल्कि मकान मालिक का ही भरोसेमंद किरायेदार निकला। वारदात को अंजाम देकर वह चुपचाप फरार हो गया, लेकिन पुलिस की सजगता और त्वरित कार्रवाई से मामला सुलझ गया।
कोलाखेड़ा निवासी पप्पू सिंह पुत्र जय सिंह ने 2 जुलाई को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि वह अपने परिवार सहित सूरत (गुजरात) में निवास करता है और कोलाखेड़ा स्थित मकान की देखरेख के लिए छगननाथ जोगी, निवासी डूंगला, भीलवाड़ा को किराये पर रखा हुआ था। पप्पू सिंह के अनुसार, 27 जून को जब वे घर बंद कर सूरत रवाना हुए, तब सब कुछ सुरक्षित था। लेकिन 1 जुलाई को जब छगननाथ देर शाम उनके घर लौटा, तो मुख्य ताले टूटे मिले।
पुलिस को दी गई रिपोर्ट में बताया गया कि घर के भीतर का सामान बिखरा पड़ा था और एक अलमारी से करीब 17 लाख रुपये नकद, सवा लाख के सोने-चांदी के जेवरात तथा अन्य कीमती सामान चोरी हो गया था। चोरी की कुल रकम लगभग 19,50,000 रुपये आंकी गई है।
छगननाथ ने बताया कि जब वह घर लौटा, तो पड़ोसी युवक सुरज पुत्र अमृतलाल (निवासी कोलाखेड़ा) को घर के आसपास संदिग्ध गतिविधियों में देखा था। संदेह के आधार पर पुलिस ने सुरज को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की, जिसमें उसने चोरी करना स्वीकार कर लिया।
थाना अधिकारी ओम सिंह चुंडावत के नेतृत्व में त्वरित कार्रवाई करते हुए चोरी का मामला दर्ज किया गया और मामला में अनुसंधान प्रारंभ किया गया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने तुरंत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेंद्र पारीक और डिप्टी SP जोनल जे.एस. राठौड़ को मामले की निगरानी के निर्देश दिए। एक विशेष टीम का गठन कर मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर चोरी गया कुछ माल भी बरामद किया है।