पल पल राजस्थान – हर्ष जैन
उदयपुर। उदयपुर शहर से सटे लोयरा पंचायत में एक बड़ी भ्रष्टाचार की घटना सामने आई है, जहां पटवारी प्रियंका नलवाया ने रजिस्ट्री के बाद उसे अपने पास रख लिया और फिर नामांतरण प्रक्रिया के नाम पर लोगों से रिश्वत की मांग की। यह मामला एसीबी की जांच में उजागर हुआ और आज एसीबी की टीम ने पटवारी प्रियंका नलवाया को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
पटवारी प्रियंका नलवाया ने एक परिवादी से नामांतरण खोलने के बदले 8 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी। परिवादी ने इसकी शिकायत एसीबी में की और एसीबी की टीम ने इस मामले की तहकीकात शुरू की। जैसे ही परिवादी एटीएम से 8 हजार रुपये निकाल कर पटवारी प्रियंका नलवाया को देने पहुंचा, एसीबी की टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
इस कार्रवाई को एसीबी की सीआई सोने शेखावत के नेतृत्व में अंजाम दिया गया। एसीबी टीम के मुताबिक, पटवारी प्रियंका नलवाया द्वारा रिश्वत की मांग करने के बाद, परिवादी ने तुरंत ही शिकायत दर्ज करवाई और एसीबी की टीम ने ट्रैप लगा कर उसे गिरफ्तार किया।
एसीबी की इस कार्रवाई के बाद अब यह मामला न्यायिक प्रक्रिया के तहत आगे बढ़ेगा। यह गिरफ्तारी भ्रष्टाचार के खिलाफ की गई एक और बड़ी कार्रवाई है, जो यह साबित करती है कि अब भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है, चाहे वह किसी भी पद पर क्यों न हों।
अब तक इस मामले में कोई अन्य संदिग्ध सामने नहीं आया है, लेकिन एसीबी टीम ने मामले की जांच जारी रखने की बात कही है। यह घटना इस बात का संकेत है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जन जागरूकता बढ़ाने और सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है ताकि समाज से भ्रष्टाचार की जड़ों को खत्म किया जा सके।