देवस्थान विभाग ने जारी किए नए आदेश, मंडल में शामिल किए गए नए सदस्य

चित्तौड़गढ़ | मेवाड़ अंचल के प्रसिद्ध और आस्था के केंद्र श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल का पुनर्गठन कर राजस्थान सरकार के देवस्थान विभाग ने नए अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति कर दी है। जारी आदेश के अनुसार अब जानकीदास वैष्णव मंदिर मंडल के नए अध्यक्ष होंगे। वे मंडफिया गांव निवासी हैं और पूर्व में सरपंच भी रह चुके हैं। इसके साथ ही वे मंदिर के पूर्व अध्यक्ष कन्हैयादास वैष्णव के छोटे भाई भी हैं, जिससे उनके पास मंदिर संचालन का अच्छा अनुभव है।
देवस्थान विभाग के शासन उप सचिव आलोक कुमार सैनी द्वारा बुधवार को यह आदेश जारी किया गया। आदेश के अनुसार मंदिर मंडल में कई नए सदस्य भी जोड़े गए हैं। इनमें कपासन विधायक अर्जुनलाल जीनगर, किशनलाल अहीर, रामलाल गुर्जर, पवन तिवाड़ी, हरिराम और मिठूलाल जाट शामिल हैं।
मंदिर अधिनियम 1992 की धारा 6 की उपधाराओं के तहत चित्तौड़गढ़ जिला कलेक्टर और देवस्थान विभाग के आयुक्त (उदयपुर) भी मंदिर मंडल के सदस्य होंगे। वहीं चित्तौड़गढ़ के एडीएम मंदिर मंडल के सचिव और मुख्य कार्यपालक अधिकारी की भूमिका निभाएंगे।
मंदिर मंडल का पिछला कार्यकाल 28 फरवरी को समाप्त हो गया था, लेकिन नया गठन नहीं होने के कारण पुराना मंडल ही कार्यरत था। पूर्व अध्यक्ष भैरूलाल गुर्जर के कार्यकाल में अनियमितताओं के आरोप लगने के बाद उन्हें हटाया गया था।
श्री सांवलियाजी मंदिर मेवाड़ ही नहीं, बल्कि पूरे देशभर के श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। हर वर्ष लाखों भक्त यहां दर्शन के लिए आते हैं। मंदिर की विशाल संपत्ति, चढ़ावा और व्यवस्थाओं की देखरेख मंदिर मंडल करता है। जानकीदास के नेतृत्व में अब पारदर्शी प्रबंधन, सुचारु संचालन और विकास की उम्मीद की जा रही है।